top of page

पलक झपकते ही ख़रीदारी

  • connect2783
  • Jul 11, 2024
  • 3 min read

Updated: Jul 16

बड़े शहरों में क्विक कॉमर्स तेज़ी से बढ़ रहा है, वहीं छोटे शहर एक दोराहे पर खड़े हैं — जहां सहूलियत, स्थानीय नवाचार और बढ़ती चुनौतियों के बीच संतुलन बनाना ज़रूरी है। जहां बड़े ब्रांड संभल-संभल कर आगे बढ़ रहे हैं, वहीं छोटे शहरों में स्थानीय बिज़नेस अपने समुदाय-आधारित मॉडल के साथ अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। क्या क्विक कॉमर्स एक नई ज़रूरत बन रही है या फिर यह उन बदलावों की झलक है जो मेट्रो शहरों से दूर चुपचाप आकार ले रहे हैं?


स्रोत : प्रियानशु  सिंह , रेउटर्स
स्रोत : प्रियानशु सिंह , रेउटर्स

"क्विक कॉमर्स (क्यूसी) एक ऐसी समस्या का निदान है जिसके बारे में कभी किसी ने सोचा ही नहीं था।" - एक इंडस्ट्री की रिपोर्ट से।


मौजूदा दौर में ज्यादातर शहरी लोगों के लिए ब्लिंकइट और इंस्टामार्ट जैसे नाम काफी आम हो चुके हैं, लेकिन क्या आपके शहर में भी ऐसी ही कोई सुविधा है? या आपके शहर में इनका कोई लोकल वर्जन चल रहा है? या फिर अभी आपको इसकी जरूरत महसूस नहीं होती है? अभी ब्लिंकइट देश भर के कुल 23 शहरों में अपनी सुविधा दे रहा है, लेकिन इसका 90 प्रतिशत ऑर्डर टॉप 8 शहरों से आता है। इसके सीईओ की मानें तो उनका ध्यान इन्हीं 8 शहरों में इसकी पहुंच बढ़ाने पर है। इसी तरह इंस्टामार्ट 26 और जेप्टो 10 शहरों में अपनी सुविधाएँ दे रहे हैं।


वैश्विक स्तर के व्यवसाय जिस काम में बड़ी पूंजी लगाते हैं  वही काम छोटे शहरों के व्यवसाय कम पूंजी में ही कर लेते हैं। साल 2014 में चंडीगढ़ के सोलबोल ने यहाँ के लोगों के लिए किराने की डिलीवरी शुरू की। साथ ही साथ मोहाली और पंचकूला को भी इसमें शामिल किया। साल 2019 से हरिद्वार मार्ट नाम का एक क्यूसी किराना स्टोर व्हाट्सएप की मदद से यहाँ के ग्राहकों से ऑर्डर लेने का काम करता है। लायाजी और झटफट कई सालों से ऐसी सुविधा देहरादून में प्रदान कर रहे हैं।


इन दिनों चलने वाले "10 मिनट में डिलीवरी" जैसे कि ब्लिंकइट, स्विगी, इंस्टामार्ट, जेप्टो और बीबीनाउ ने कई ऐसी सुविधाएँ देनी शुरू की है जो स्थानीय किराना स्टोर नहीं दे पाते हैं। लिए गए सामान पर छूट, उत्पादों के लिये दूसरा विकल्प और मानकीकृत सेवाएं दी जा रही है और ऐसा खासकर बड़े शहरों में ज्यादा देखने को मिलता है। ये व्यवसाय वेयरहाउसिंग के नए रूप पर आधारित होते हैं जो कि डार्क स्टोर यानी कि एक ऐसे वितरण केंद्र के रूप में काम करते हैं  जो केवल ऑनलाइन ऑर्डर के लिए उपयोग में लाया जाता है। इस क्षेत्र में महारत हासिल किए ब्लिंकइट और इंस्टामार्ट कई ग्रॉसर्स के साथ मिलकर मिक्स मॉडल पर काम करते हैं।


साल 2023 में इंस्टामार्ट ने एक प्रोफेशनल नेटवर्किंग कम्पनी अपना के साथ साझेदारी की जिनका उद्देश्य था लोगों के लिए 10,000 हाइपरलोकल जॉब के अवसर मुहैया कराया जाए। केंद्रीकृत संचालन पर काम करने वाली कंपनी जेप्टो, इंस्टामार्ट और ब्लिंकइट आमतौर पर अपने खुद के डार्क स्टोर और डिलीवरी नेटवर्क का उपयोग करके काम करते हैं। इसी तरह टियर-2 और टियर-3 शहरों में डोसिलकार्ट एक नए खिलाड़ी के रूप में तेजी से उभर रहा है, जो नौकरी के साथ-साथ ट्रेनिंग की भी सुविधा दे रहा है। हालांकि यह मार्केट में चल रहे बाकी सारे डिलीवरी देने वाले कम्पनियों से अलग है क्योंकि यह फ्रेंचाइजी मॉडल पर काम करता है।


ree

हालांकि छोटे व्यवसाय आर्थिक रूप से इतने मजबूत नहीं होते हैं कि वे बड़े पैमाने वाले सप्लाई चेन में निवेश कर सके। अब छोटे शहरों में कई बदलाव कुछ इस तरह देखने को मिल रहे हैं- ज्यादातर दुकानदार ऑनलाइन हो गए हैं, पारंपरिक खरीददारी की जगह ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ गया है और डिलीवरी के लिये मानव संसाधन यानी कि लोगों का उचित उपयोग किया जा रहा है। जबकि क्यूसीएस इन नौकरियों को एक अलग तरह से तैयार करने की कोशिश में लगा है, खासतौर से उन 'डिलीवरी पार्टनर' के लिए जो हर रोज तरह-तरह की मुश्किलों का सामना करते हैं। उन्हें कई तरह की दिक्कतों से जूझना पड़ता है जैसे कि खराब मौसम में भी सामान पहुंचाने जाना, रास्ते में होने वाले चिल्लपों, ग्राहकों की बदसलूकी, कम मुआवजे, लम्बे समय तक काम करना, रोड पर ट्रैफिक या जाम की समस्या, अनिश्चित कमाई इत्यादि।


आपके शहर में लोग किराने का सामान कैसे खरीदते हैं? क्या आपके शहर को भी 10 मिनट में सामान डिलीवरी की जरूरत है?








Comments


bottom of page